आजके इस Deshi sex story मे मैं अपनी बहन की दोस्त को चोद रहा था, जब मेरी बहन ने यह देख लिआ तो उसकी दोस्त ने उसे भी मनाया और मेरा लंड को बहन ने शर्माते हुए अपनी चुत मे ले ली।
काहानी बहुत रोमांचक है और भावना से भरा हुआ है। इसलिए आपको आजका यह Deshi sex story पढ़ना चाहिए। मैं आपकी इसका एक Video भी दे दूंगा जिसे देख कर आप अपना लोडा से पानी निकाल सकते हैँ।
मुझे पता है कुछ लड़कियां भी अपनी भाई से चुदना चाहती है लेकिन शर्म के मारे वो केहे नहीं पाती। इसलिए इस काहानी को पढ़ो और सोचो की तुम्हारा भाई ही तुम्हे चोद रहा है।
लड़के लोग एक कपड़ा ले लो और लड़की लोग घर से बैंगन ???? मूली या गाजर ???? ले लो। और अपनी चुत मे ऊँगली डालो सोचो की तुम्हारा भाई का लोडा तुम्हे मिल गया है।
विषय सूचि
इस काहानी मे 3 मुख्य किरदार हैँ जिनका नाम है “राहुल (भाई के किरदार मे) प्रिया (बहन के किरदार मे) रोशनी (बहन की दोस्त के किरदार मे)
राहुल यानि की मैं, मेरा उम्र 26 साल है और मैं Gym जाता हूँ। इसलिए मेरा शरीर हट्टा कट्टा है। मेरा लंड 7” इंच लम्बा और 3” मोटा है। मेरे 6 पैक बॉडी है जो किसी भी लड़की को अपने तरफ आकर्षित करता है।
लीडकियां मुझसे चुदने केलिए बहुत आसानी से तैयार हो जाती है। और मेरी बहन भी मेरा लंड को पाना चाहती है। हलाकि यह बात मुझे पता नहीं था।
लेकिन उस दिन कुछ ऐसा हुआ की हम दोनों भाई बहन की चुदाई हो गया और एक नया Deshi sex story बन गया. चलिए जानते हैँ उस दिन की काहानी को।
तो हुआ यूँ की उस समय गर्मी का मोसम था और हम सब बाहार घूमने गए थे। माँ पापा बहन और मैं। बहन ने अपनी दोस्त रोशनी को भी बुला ली थी जो दिखने मे बहुत सुन्दर थी।
मेरा लंड तो उसे देख कर ही खड़ा हो गया था लेकिन, बहन की दोस्त थी तो मैं कुछ केहे नहीं पाया। हम सबका कमरा अलग अलग था बहन और रोशनी एक ही कमरे मे थे।
हम सब 4 दिन केलये बाहार गए थे क्योंकि बहुत दिन बाद हम सब एक साथ कहीं बाहार गए हुए थे। ऊपर से गर्मी इतना था की Park मे ही रहना हम सबको अच्छा लगा।
पहला दिन तो बहुत अच्छा कटा लेकिन शाम होव तक हम सब बहुत थक गए थे। Park मे बहुत मस्ती किआ और भाग दौड़ मे हम सब इतना थक गए थे की अब घर मे जाकर सोना ही मन कर रहा था।
सब लोग अपने अपने कमरे मे चले गए और रात को रोशनी मेरे कमरे मे आयी। उसे एक सिगरेट की जरुरत थी तो मुझसे मांगने आयी थी।
और इस बाहने हम दोनों ने बात किआ और मेने रोशनी को पटाया। रोशनी पहले से ही मुझसे पट चुकी थी क्योंकि, नहाते समय उसने मुझे देखा था।
वो मेरे बदन की प्यासी हो गयी थी और यही मौका पाकर मेने रोशनी को कमरे मे चलने केलिए काहा। रोशनी मान गयी और हम दोनों उस रात बहुत मस्त चुदाई किआ।
हम दोनों की चुदाई की काहानी सुभे 5 बजे ख़तम हुआ और रपशनी अपने कमरे मे चली गयी। सुबह हुई और हम सब नास्ता किए और कुछ समय आराम करने के बाद फिर से खेल कूद मे लग गए।
दोपहर तक हम सब थक गए थे और मैं तो काफी बोरिंग हो गया था। एक ही चीज को बार बार करना और मेहनत भी बहुत लगता है। इसलिए मैं अपने कमरे मे चला गया।
कुछ देर बाद रोशनी आई उसे भी अच्छा नहीं लग रहा था तो मेरे कमरे मे आकर बात करने लगी। हम दोनों मज़ाक मस्ती कर रहे थे और ऐसे ही करके दोनों उत्तेजित हो गए।
और फिर हम दोनों को होश नहीं रहा और हम लोग चुदाई श्योरु कर दिए। गर्मी के मौसम मे AC का कमरा इतना आराम लग रहा था ऊपर से इतनी सुन्दर लड़की को चोद रहा था।
हम दोनों एक दूसरे मे खो गए थे, दरवाजा बंद करना भी भूल गए। और जिसका डर था वही हुआ। अचानक मेरी बहन प्रिया मेरे कमरे मे रोशनी को खोजते हुए आई। और दरवाजा खोलते ही देखा हम दोनों नंगे चुदाई कर रहे हैँ।
बहन:- बहनचोद यह तुम लोग क्या कर क्या रहे हो!
रोशनी:- सोरी सोरी प्रिया क्या यार तुम्हे बताकर आना चाहिए ना!
मैं:- तुम इहाँ क्यों आई पागल हो क्या?? चल जा इहाँ से।
बहन:- भाई तुम मेरे ही दोस्त के साथ छी छी छी।
रोशनी:- यार मैं तेरे भाई से प्यार करती हूँ।
बहन:- नहीं ऐसा नहीं कर सकती तू मेरी दोस्त है। और भाई तुम भी रोशनी से!!!!!!!!
मैं:- यार तू जा ना इहाँ से अजीब लग रहा है मुझे।
बहन:- नहीं बिलकुल नहीं रोशनी को लेके ही जाऊंगी, चल मेरे कमरे मे. और भाई मैं बाबा को बताती हूँ।
रोशनी:- ठीक है तेरी मर्जी रुकना है तो रुक। चलो बेबी चुदाई जारी रखो।
मैं:- केसी बात कर रही हो यार मेरी बहन सामने है।
रोशनी:- छोडो ना उसको इग्नोर करो आओ ना तुम यार।
बहन:- क्या! तुम लोग पागल हो गए हो क्या दिमाग़ नहीं है?!!!
रोशनी:- तुझे तो जाने केलिए काहा जा ना मैं थोड़ी देर मे आती हूँ।
बहन:- नहीं तू मेरे साथ ही चलेगी चल।
मैं:- ठीक है चली जाना ह्ह्ह्ह सससससस, थोड़ा बाहार रुको……
रोशनी:- अअअअअ, ससससस, ह्म्मम्म्म्म, उफ्फ्फ,
बहन:- तुम लोग ऐसा नहीं कर सकते मैं सामने खड़ी हूँ यार थोड़ा शर्म करो।
हम दोनों चुदाई मे इतने मगन थे की बहन का बातों का ध्यान ही नहीं दिए। बहन पास मे खड़ी थी और हम दोनों एक दूसरे को मजा दे रहे थे। बहन खाड़ी खाड़ी देख रही थी और मैं रौशनी को चोद रहा था. मेरा मोटा लोडा रौशनी के चूत में घुसे जा रहा था और रौशनी सिश्कियां ले रह थी.
मैं रौशनी को ऐसे चोद रहा था जेसे वो मेरी पत्नी है उल्टा पुल्टा करके कभी उसकी चूत में तो कभी उसकी गांड में अपना मोटा लोडा घुसा रहा था. इतने में मेने देखा की बहन अपनी चूची क दबा रही है और मदहोश हो रही है.
रौशनी:- तू क्या कर रही है यह!
बहन:- कुछ नही तुम लोग जल्दी करो और चलो.
रौशनी:- अच्छा समझ गयी तेरी भी गीली हो गयी है ना?
बहन:- ना ना मैं तो ऐसे ही बस……
रौशनी:- अरे झूट मत बोल तेरे भाई का लोडा इतना मोटा और बड़ा है किसीको भी लालच हो जाये.
बहन:- हट मैं जा रही हूँ तू आ जाना.
रौशनी:- तू भी आजा ना मजा आयेगा बहुत.
मैं:- हाँ यार आजाओ अब तो सब देख चुकी हो तुम भी मजे लेलो.
बहन:- मैं ऐसे लेकिन्तुम मेरे भाई हो ….
मैं:- चूत और लंड का कोई रिश्ता नही होता आजा ना.
रौशनी:- आ ना कुती तेरे भी गिले हुए हैं मजे लेले आज मोका है.
रौशनी मेरी बहन को खीच कर बिस्तर पर ले आती है और बहन भी नाटक करते हुए थोडा शर्माते हुए बिस्तर पर बेठ जाती है. फिर रौशनी कमरे का दरवाजा बंद करती है और मेरी बहन की टी-शर्ट को खोल देती है.
और क्या बताओं भाई लोग तुम लोगों के बहन का चूची सायेद ऐसा ही होगा, एकदम गोरा और टाइट चूची ऐसे लग रहे थे जेसे Apple हो. मैं तो देखते ही उन्हें चुसना चाहता था. अब तो हम दोनों में कुछ छुपा हुआ नही था इसलिए मेने भी Sexy बातें करना शुरू कर दिया.
मैं:- और केसा लग रहा है भाई का लंड?
बहन:- चुप रहो यार मुझे शर्म आ रही है.
रौशनी:- साली भाई के सामने नंगी हो गयी अभी भी शर्म आ रही है.
मैं:- यार देखो चूत और लंड एक दुसरे का प्यासे हैं, दोनों को तो बस अपना अपना घर चाहिए.
बहन:- हाँ लेकिन आपके सामने ऐसे शर्म आ रहा है.
मैं:- तेरी चूची मस्त है दबाऊँ क्या थोडा सा!!!!????
बहन:- नही नही रहेने दो मैं खुद दबा लूंगी.
मैं:- अरे इधर आ ना कितना नाटक करेगी तू.
मेने बहन को अपने तरफ खीचा और उसकी चूची को पकड़ कर जोर जोर से दबाने लगा, बहन अचानक अह्ह्ह स्स्स्स भाई रहेने दो मुझे छोडो बोल रही थी, और मैं इस बिच बहन को पकड़ कर किस करने लगा. बहन भी साली रंडी है मुझे जोर जोर से किस करने लगी. मेने भी उसकी चूत में ऊँगली दाल कर उसे गरम करने लगा.
मैं:- तेरी चूत तो गीली हो गयी है.
बहन:- हाँ स्स्स्स मुझे छोडो आआअ.
मैं:- अपना पैंट उतार दे दिखा थोड़ा केसा है।
बहन:- नहीं नहीं सससससससस आआआ।
मैं:- अरे उतार ना कौन हैँ इहाँ इतना नाटक करती है, चुदने वाली तो है मुझसे आज।
मेने जबरदस्ती अपनी बहन की पैंट को उतार दिआ हलाकि बहन बहुत नाटक कर रही थी लेकिन वो सिर्फ नाटक ही था। उसके मन मे तो था की मैं ही उसको जबरदस्ती चोद दूँ।
रोशनी भी इधर मेरे लोडे से चुदे जा रही थी और अपनी चूची को खुद ही दबाई जा रही थी। इधर मैं अपनी बहन की चुत को देख कर और ज्यादा अन्तर्वासना मे आ गया और रोशनी को जोर जोर से चोद रहा था।
रोशनी:- साली तेरी चुत देख कर तेरा भाई जोर जोर से चोद रहा है!!!!
बहन:- अअअअअ ससससस उईईईई उम्म्मम्मामः
मैं:- आज़ा लेट जा अब तेरी बारी।
बहन:- क्या!!!!! नहीं नहीं नहीं यह नहीं।
मैं:- अरे आ ना चुदने का मन है नाटक करती है।
मेने बहन को खींच कर लेटा दिआ और अपना मोटा लोडा को उसकी चुत के सामने रख दिआ। बहन मेरे लोडे के स्पर्श से करहाने लगी।
मैं:- अब बोल पेलूँ की नहीं?
बहन:- मुझे नहीं पता……
मैं:- पहले किसीसे चुदी हो क्या??
बहन:- पता नही …..
मैं:- चल देखते हैं थोडा टांग फेला ना.
बहन ने थोडा सा अपनी टांग को फेलाया और मेने अपना मोटा लोडा को उसकी चूत में पेला. कसम से एक ही बार में ही पूरा लोडा मेरी बहन की चूत में चला गया. तभी मुझे पता चला की मेरी बहन कई बार चूड़ी हुई है, मेरी बहन ऐसी थी काश मुझे पहेले पता होता.
मेरे अन्दर करंट लग रहे थे पहेली बार बहन की चुदाई कर रहा था और यह फीलिंग ऐसा था की मैं स्वर्ग में हूँ. इतना जादा उत्तेजित मैं कभी नही हुआ. और इस उत्तेजना का सिकार मेरी बहन की चूत हो रहा था. मैं किसी जानवर की तरह से मेरी बहन की चुदाई कर रहा था.
बहन:- आह अह्ह्ह आआ भाई थोडा धीरे रोको एस एस एस स्सस्सस्स धीरे.
मैं:- तुझे चोदने का मन करता है पहेले बताना चाहिए था ना.
बहन:- धीरे करो भाई प्लीज आः आः आह.
मं:- केसा लग रहा है बहन मजा आ रहा है क्या? हनन ह्ह्ह्हह ह्ह्ह्ह.
बहन:- बहुत मजा आ रहा है भाई थोडा धीरे चोदो.
मैं:- पहेली बार मिली हो ऐसा चोदोंगा याद रखेगी.
रौशनी:- अरे वाह मुझे भी ऐसे चोदो न यार.
मैं:- पहेले मेरी बहन को शांति दे दूं.. ह ह ह.
बहन:- आह और जोर से भाई और जोर से ठुक लगा कर पेलो.
मैं:- मजा आया ना केसा है मेरा लंड.
बहन:- बहुत मोटा है भाई आः आः आः स सस स्स्स्स.
मैं:- पानी निकाल दे मेरे लोडे का.
बहन:- जल्दी निकाल दो भाई दर्द हो राहा है. स्स्स्स. हूमम्म्म.
मैं:- मेरे बचे का माँ बनेगी क्या?
बहन:- चलो शादी कर लेते हैं फिर रोज मुझे चोदना.
रौशनी:- अबे तेरी तो अगर तुम दोनों शादी करोगे तो मुझे भी शामिल करना होगा.
मैं:- हाँ हाँ मेरी जान तुम दोनों मेरो जान हो, आजा तेरी खुजली मिटाता हूँ.
रौशनी की चुदाई होने लगा
अब बहन मेरे लोडे से हट गयी और रौशनी मेरे सामने अपनी फटी चूत को रख दी. मैं भी दुबारा ऐसी चूत देख कर पागल हो गया और एक ही बार में अपना लोडा उसकी चूत में उतार दिया. और मेरी बहन मुझे चूम रही थी और मैं उसकी चूची को दबा रहा था.
रौशनी:- क्या छोड़ते हो तुम यार मजा आ गया.
बहन:- हाँ बहुत मोटा है भाई का.
मैं:- खुश हो ना अब बेबी.
रौशनी:- यह यह यहह और जोर से बेबी.
मैं:- तुम मेरे लोडे पे आजाओ बेबी पूरा अन्दर तक चोदोंगा.
फिर मैं बिस्तर पर लेट गया और रौशनी मेरे लोडे पर बेठ गी. उसकी चूत में मेरा लंड समाया हुआ था और मेरी बहन अलग से बेठी हुई थी. मेने उसको खीचा और उसकी चूत को मेने अपने मुंह में रख दिया. बहन अचानक चमक उठी और उसकी चूत से नमकीन पानी आने लगा.
बहन को मजा आ रहा था और वो अपनी चूत को मेरे मुंह में जोर जोर से घिस रही थी. मन तो दोनों तरफ से मजा लूट रहा था. मेरे लंड को महेनत नही करना पद रहा था, रौशनी उसपर खुद ही चुद रही थी.
बहन:- और नही रहा जायेगा भाईईईईई.
मैं:- आजा मेरे लोडे पे फिर.
बहन:- तू हट न थोडा मुझे लेने दे.
रौशनी:- हाँ हां हाँ आजा भाई का लंड लेने.
रौशनी:- थोडा ठुक लगा दे ना.
रौशनी:- यह ले उम्म्म उम्म्म उम्म्म्कक्क्क्क (लोडा चूसते हुए)
बहन:- आआः चोदोऊऊऊओ.
मैं:- श्ह्हह्ह बहन तेरी चूत में काफी गर्मी है रे.
बस फिर बहन की चूत की चुदाई ऐसे हो रही थी जेसे किसी जगह पर JCB खुदाई कर रहा हो. बहन भी उछल उछल कर मेरे लोडे पे गिर रही थी और मैं भी निचे से धक्का दी जा रहा था. मेरे लंड के आस पास पानी पानी हो गया था. और पट पट के आवाज से पूरा कमरा कंप रहा था.
इसके बाद रौशनी की चुदाई फिर से होने लगा और बहन की चूत फिर से चाटने लगा कभी मैं रौशनी को चोदता तो कभी अपनी बहन की चुद चुदाई करता. कभी बहन खुद मेरे लोडा लेती तो कभी रौशनी मेरे लंड को चूस रही होती.
इसी तरह से करीब एक घंटे तक हम तीनो का Deshi sex story जारी रहा फिर हम तीनो बारी बारी से झड गये. तीनो को उस दिन जो मजा आया था वो किसीने जीवन में पहेले महेसुस नही किआ था. चुदाई ख़त्म होने के बाद हम तीनो ऐसे ही नंगे बिस्तर पर पड़े रहे.
चुदाई ख़त्म होने के बाद हम लोग बिस्तर पर सो गये और मैं मेरी बहन को अपना लोडा टच करके सो रहा था, वो भी अपनी चूत को मेरे लंड पर राखी हुई थी. कुछ देर बाद मेरा लोडा अचानक खड़ा हो गया और उसके सामने था मेरी बहन की चूत.
मेने धीरे से बहन को किस करके उसे गरम किआ और बहन आधी नींद में सो रही थी और मजे भी ले रही थी. मेने धीरे से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया बहन भी आराम से अपनी चूत मेरे तरफ कर दी और सोतेहुए उछलने लगी.
मैं भी धीरे धीरे करके बहन को चोदने लगा और फिर चूत की चुदाई जोर जोर से होने लगा. रौशनी आवाज से उठ गयी और हम दोनों को देख कर वो भी गर्म हो गयी. बस फिर क्या था फिर से दोनों की चुदाई होने लगा और कुछ देर बाद यह भी ख़त्म हो गया.
हम तीनो बहुत थक गये थे लेकिन सबके चहरे पर ख़ुशी थी. फिर हम लोग अपने अपने कमरे में जाकर कपडे बदल लिए और एक ही कमरे में रात बिता दिया. सुबह हुआ तो फिर से हम लोग पार्क में खेलने कूदने में व्यस्त हो गये. और अगले दिन घर वापस आ गये. आज भी जब कभी मुझे बहन को चोदने का मन करता है तो मैं उसे कहेता हूँ वो मुझे घंटों तक अपनी चूत देती है.
क्या तिन लोग चुदाई करने से कुछ बुरा होता है?
नही, तिन लोग चुदाई करने से अधिक मजा आता है. और इससे कुछ बुरा भी नही होता, लेकिन अगर तीनो में से किसीको कोई बिमारी हो तो वो आपको भी हो सकता अहि इसलिए कंडोम का इस्तेमाल करे.
क्या बहन के साथ Sex करना गलत है?
नही, अगर आपकी बहन भी आपके साथ Sex करना चाहती है तो इसमें कुछ भी गलत नही है. बहन के पास भी चूत ही है जो एक अच्छा लंड का तलाश में ही रहेता है.
निष्कर्ष:
jaisa k app sab jante hain k mera name fariha shah hai aur meri ye kahani jo k ab main likhne ja rahi hoon ise bhi mere bhai hi ki zubani likhon gi ...................................ab chalte hain intro ki taraf........................................ ammi jaan .... salma .... age... 39 hai abhi tak jismani tour pe ek dam fit aur sexy body ki malik hain dikhne main lagta hi nai k meri ammi ki age 39 hai balke wo dekhne main lagta hai k jaise abhi 28 ki hoon gi main... fariha shah... age 21... smart ek gharelu ladki jo k sex ki shokeen lakin abhi tak kisi k sath kiya nai bus movie,s dekhna aur apni frnd,s k sath hansi mazak aur masti se zyada agge nai badhi thi study chor di hai kion k mera dil hi nai lagta pdhai main salmaan...(sunny) mera chota bhai aur is kahani ko isi ki zubani pouhnchaya jaye gaabhi 19 ka hai f.s.c kar raha hai gora chita aur gabrou jawan hai mera bhai jis pe koi bhi ladki apn...
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